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नहीं मिला वॉशरूम तो बना डाला ऐप, इस महिला IAS को जाना था टॉयलेट
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अमृतसर ।पंजाब सरकार ने हाल ही में 6 IAS और पांच PCS अफसरों का तबादला किया है। इनमें 2009 बैच की आईएएस अफसर सोनाली गिरी को निगम कमिश्नर अमृतसर बनाया गया है। इससे पहले वे फरीदकोट में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर थी। 2015 में आईपीएस सोनाली और उनके पति विपुल उज्ज्वल ने ‘स्वच्छ भारत टॉयलेट लोकेटर ऐप’ बनाकर सुर्खियां बटोरीं थी। ऐप बनाने का ऐसे आया था आइडिया …
– बात 2015 की है। आईएएस सोनाली गिरि दिल्ली में एक मीटिंग में शामिल होने गई थी।
– इसी दौरान उन्हें वॉशरूम जाना था, लेकिन उन्हें आसानी से आसपास कोई टॉयलेट नहीं मिला।
– सोनाली ने यह बात जब अपने पति आईएएस विपुल उज्ज्वल से शेयर की तो उनके दिमाग में इस प्रॉब्लम से निपटने के लिए ऐप बनाने का आइडिया आया।
– और सोनाली और विपुल ने मिलकर ‘स्वच्छ भारत टाॅयलेट लोकेटर ऐप’ तैयार कर दिया।
– इस ऐप पर डाटा लोड किया गया। अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्टरी ने इसे पूरे देश में लागू करने की मंजूरी भी दे दी।
मिल चुका है नेशनल अवाॅर्ड
– बता दें कि आईएएस दंपती विपुल उज्ज्वल और सोनाली गिरि की ओर से तैयार किया गया यह दूसरा ऐप है।
– इससे पहले दोनो ने लोकसभा चुनाव के दौरान ‘आई वोट मोबाइल ऐप’ तैयार किया था।
– जिसे इनोवेटिव सेक्शन में चुनाव आयोग की ओर से नेशनल अवाॅर्ड मिला।
क्या है स्वच्छ भारत टाॅयलेट लोकेटर ऐप की खासियत
– इस ऐप से सिर्फ तीन टच पर न केवल आप नजदीकी पब्लिक टॉयलेट तक पहुंच जाते हैं।
– बल्कि ये टॉयलेट साफ हैं, सेफ हैं या टूटे हुए तो नहीं हैं? ये भी उनकी रेटिंग के जरिए पता चल जाएगा।
– रेटिंग कोई और नहीं, बल्कि आम पब्लिक ही करेगी।
आम पब्लिक करेगी रेटिंग
– आईएएस विपुल उज्ज्वल इस समय मोगा नगर निगम के कमिश्नर हैं।
– सेक्रेटेरिएट में जब उनसे मुलाकात हुई तो उन्होंने यह ऐप बनाने का आइडिया भास्कर से शेयर किया था।
– सोनाली ने कहा था कि मोबाइल पर मॉल ढूंढ़ना हो, शाॅपिंग सेंटर ढूंढ़ने हो कई ऐप हैं, सबसे जरूरी चीज ढूंढ़नी हो तो वह नहीं मिलती।
– हमारे दिमाग में तुरंत ऐसा ऐप बनाने का आइडिया आया।
– विपुल ने बताया, बीकानेर में इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेंट स्टडीज में मेरे सीनियर कलीग हैं राजीव माथुर और मनीष अगस्ट।
– मैंने उनके साथ आइडिया शेयर किया। राजीव ऐप डेवलपर हैं। और मनीष इसे आसान कैसे बनाया जा सकता है इस पर काम करते हैं।
– हमने म्युनिस्पल सेनेटरी इंस्पेक्टर के साथ मिलकर यह ऐप बनाया। और पंजाब के 600 से अधिक टॉयलेट्स हमने जोड़ लिए हैं।
– मिनिस्टरी में हमने इसे दिखाया तो देश भर में स्वच्छ भारत का काम देख रहे वहां के ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रवीण प्रकाश को आइडिया बहुत पसंद आया था।
कौन हैं सोनाली गिरी
– मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली निगम कमिश्नर सोनाली गिरि पंजाब कैडर की 2009 बैच की आईएएस हैं।
– पहले वह पंजाब के मोगा की निगम कमिश्नर थी। उनकी पहली पोस्टिंग धूरी में बतौर एसडीएम हुई थी।
– वह एसडीएम मलेरकोटला, एसडीएम अबोहर, एडीसी फिरोजपुर, एडीसी(जी) फाजिल्का रह चुकी हैं।