दुष्कर्म और हत्या के केस में सजा काट रहे सिरसा डेरा;

रोहतक। दुष्कर्म और हत्या के केस में सजा काट रहे सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को 21 दिन की फरलो मिल गई है। वह रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर निकलने की तैयारी में है। सबसे पहले सिरसा डेरा जाने की बात सामने आ रही है। जेल जाने के बाद पहली बार राम रहीम गुरमीत सिंह को फरलो मिली है।
इससे पहले राम रहीम अलग-अगल कारणों के चलते राम रहीम को पैराेल तो मिली है, मगर फरलो पहली बार मिली है। वह भी 21 दिन की। राम रहीम को फरलो देने को लेकर कई चीजों से जोड़कर देखा जा रहा है। राम रहीम पहली बार सिरसा डेरा पहुंचेगा।
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मई 2021 में मिली थी 48 घंटे की पैरोल
बीमार होने पर डेरामुखी गुरमीत को कई बार जेल से बाहर पीजीआइएमएस और गुरुग्राम अस्पताल में भी ले जाया गया। डेरामुखी गुरमीत इससे पहले भी कई बार पैरोल और फरलो के लिए अपील कर चुका था। पिछले साल मई 2021 में उसे 48 घंटे की पैरोल मिली थी। इस दौरान वह अपनी बीमार मां का हाल जानने के लिए गुरुग्राम में गया था। इस दौरान उसकी सुरक्षा में भी चूक का मामला सामने आया था।
ऐसा है गुरमीत का पारिवारिक जीवन
डेरामुखी गुरमीत का जन्म राजस्थान के श्री गंगानगर जिले के गुरूसार मोदिया गांव में 15 अगस्त 1967 में एक में हुआ था। सात साल की उम्र में सिरसा में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख शाह सतनाम सिंह ने अपना शागिर्द बना लिया। जहां पर उसे राम रहीम का नाम दे दिया गया था। साल 1990 में सतनाम सिंह ने देश भर से अपने अनुयायियों को विशाल सत्संग के लिए आमंत्रित किया। जिसमें 23 साल के गुरमीत को उनका वारिस चुना गया था। पारिवारिक जीवन 10वीं तक पढ़ाई करने वाले गुरमीत की पत्नी का नाम हरजीत कौर है।
जेल एवं बिजली मंत्री ने डेरा प्रमुख की फरलो मिलने की पुष्टि की
सिरसा : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह को 21 दिन की फरलो दी गई है। जेल एवं बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने फरलो दिए जाने की पुष्टि कर दी है। बताया है कि 21 दिन की फरलो दी जा रही है। सिरसा डेरा में आने संबंधी प्रश्न पर जेल मंत्री ने कहा कि जेल विभाग की जिम्मेवारी जेल की ड्योढ़ी तक की है। वे कहां जाएं या न जाएं यह उनका मामला है। जेल से बाहर उनकी सुरक्षा का काम गृह विभाग का है।