दही हांडी को भी महाराष्ट्र में मिल सकती है मंजूरी

नई दिल्ली. महाराष्ट्र में गणेशोत्सव के बाद अब जन्माष्टमी पर होने वाले दही हांडी के आयोजन को भी मंजूरी मिल सकती है. इसके लिए सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गोविंदा पथकों के साथ अहम मीटिंग करने वाले हैं. इसमें जन्माष्टमी पर कोविड 19 नियमों के तहत दही हांडी मनाए जाने को लेकर चर्चा हो सकती है.
मंडलों और गोविंदा पथकों ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि उन्हें कोविड 19 नियमों के तहत छोटे स्तर पर दही हांडी समारोह को मनाए जाने की अनुमति दी जाए. पिछले हफ्ते राज्य के मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ हुई बैठक में दही हांडी समन्वय कमेटी के सदस्यों ने कहा था कि वे 3 या 4 चरण के छोटे मानव पिरामिड ही बनाएंगे. साथ ही समारोह में सीमित संख्या में ही सदस्यों को मंजूरी दी जाएगी. जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं, उन्हें ही इसकी मंजूरी दी जाएगी.
सदस्यों का कहना है कि जब सरकार गणेशोत्सव की मंजूरी दे सकती है तो वो एक दिन के लिए दही हांडी की भी मंजूरी दे सकती है. विधायक राम कदम घाटकोपर में कई साल से दही हांडी समारोह आयोजित कर रहे हैं. उनका कहना है, ‘हम त्योहार को जरूर मनाएंगे. हालांकि समारोह का स्तर सरकार द्वारा दिए जाने वाले नियमों से छूट पर निर्भर करेगा.’
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते इस साल भी महाराष्ट्र में गणेशोत्सव को छोटे समारोहों के तौर पर मनाया जाएगा. छोटे स्तर पर गणेशोत्सव मनाने का यह लगातार दूसरा साल होगा. महाराष्ट्र सरकार ने इस बार भगवान गणेश की मूर्ति को सामान्य से छोटा रखने के साथ ही कई तरह की गाइडलाइंस भी जारी की हैं.
सार्वजनिक मंडलों के लिए गणेश मूर्तियों की ऊंचाई चार फीट और घर में उत्सव के लिए दो फीट की होगी. आरती के लिए भीड़ की अनुमति नहीं होगी और अब तक सरकार ने जुलूसों के लिए अनुमति नहीं दी है. इस बार 10 दिवसीय गणपति महोत्सव 10 सितंबर से शुरू होगा.