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ज्यादातर महिलाएं संभालेंगी कमान, लखनऊ मेट्रो चलाने वाले ट्रेन ऑपरेटरों की ट्रेनिंग शुरू
लखनऊ.लखनऊ मेट्रो के ट्रांसपोर्ट नगर डिपो में सोमवार को स्टेशन कंट्रोलर कम ट्रेन ऑपरेटरों की ट्रेनिंग की शुरुआत हुई। खास बात ये है कि स्टेशन कंट्रोलर के तौर पर ज्यादातर महिलाएं हैं, जिनके हाथ में मेट्रो की कमान रहेगी। इन लोगों को मेट्रो के अनुभवी अधिकारी, आरडीएसओ के अधिकारी, मेट्रो रेल के एक्सपर्ट और संबधित क्षेत्र के विशेषज्ञ ट्रेनिंग देंगे। ट्रेनिंग कैंप में 58 लोग…
लखनऊ मेट्रो के निदेशक कुमार केशव ने औपचारिक रूप से ट्रेनिंग की शुरुआत करवाई। इस ट्रेनिंग कैंप में 58 लोग हैं, जबकि मेट्रो में 254 लोगों का स्टॉफ है। कुमार केशव ने ट्रेनीज से कहा कि ये आप लोगों के जीवन का सुनहरा अवसर है। जब लखनऊ मेट्रो की शुरुआत की बात होगी तो उसमें आपका भी नाम होगा। आप हमेशा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के पहले ऑपरेशन और मेन्टेनेंस स्टॉफ के रूप में याद किए जाएंगे।
क्या करना होगा काम?
स्टेशन कंट्रोलर कम ट्रेन ऑपरेटर लखनऊ मेट्रो में संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी संभालेंगे। इन लोगों को ट्रेनिंग के बाद एक ट्रेन ऑपरेट करने की अलग से ट्रेनिंग दी जाएगी। इनको मेट्रो की उपयोगिता, कस्टमर सर्विस, लोगों की शिकायत की देखरेख, आचार संहिता क्वॉलिटी के पैरामीटर, इकोनॉमिक मैनेजमेंट सिक्युरिटी, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और फाउडेंशन कोर्स कराया जाएगा। इसके बाद ट्रेन चलाने की ट्रेनिंग, सिक्युरिटी सिस्टम की देखरेख, रखरखाव, ट्रेन सिग्नल की देखरेख, ट्रैक इंजीनियरिंग की ट्रेनिंग, स्टेशन मैनेजमेंट रोलिंग स्टॉक की देखरेख, ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर की वर्किंग स्टाइल की ट्रेनिंग दी जाएगी।
24 हफ्तों की होगी ट्रेनिंग
इसके अलावा ट्रेनीज को सीसीटीवी प्रणाली, पर्यावरण कंट्रोल प्रॉसेस, टनल वेंटिलेशन प्रॉसेस और तकनीकी मॉड्यूल की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। इन लोगों को 24 हफ्तों तक ट्रेनिंग दी जाएगी। इन्हें दिल्ली मेट्रो कॉर्पोरेशन में 2 से 4 हफ्ते की फील्ड और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए भी भेजा जाएगा। बता दें, इसके पहले लखनऊ मेट्रो में पहले बैच के 48 अभ्यर्थियों को ट्रेनिंग दी गई थी। इसमें जेई इलेक्ट्रिकल, जेई सिविल, जेई सिग्नल एंड दूरसंचार लेखा सहायक, मानव संसाधन सहायक और दूसरे लोग शामिल थे।