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ज्योतिषशास्त्र : जीवन साथी के साथ बर्ताव करेंगे तो शुक्र होगा खराब ….

ज्योतिषशास्त्र  में ग्रहों का संबंध हमारे रिश्तों  से भी जुड़ा है. आप अपने किसी रिश्तेदार से कोई बुरा व्यवहार करते हैं, तो उसका असर आपके ग्रहों पर होता है. वे ग्रह बुरे प्रभाव देने लगते हैं. यदि पति अपनी पत्नी के साथ या पत्नी अपने पति से बुरा व्यवहार करती है, तो उसका शुक्र ग्रह (Venus) प्रभावित होगा. इसका परिणाम ये होगा कि आपके जीवन से प्रेम, रोमांस, भौतिक सुख-सुविधाओं में कमी होने लगेगी. आइए जानते हैं कि किस ग्रह का संबंध हमारे किस रिश्ते से होता है?

ग्रहों का रिश्तों से संबंध

 सूर्य ग्रह सूर्य ग्रह –  ज्योतिषशास्त्र में सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है. सूर्य के प्रबल होने से कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है, धन-धान्य बढ़ता है. सूर्य का संबंध पिता से होता है. कुंडली में सूर्य की स्थिति देखकर पिता से संबंध कैसे हैं, इसका विचार किया जाता है. जो लोग अपने पिता से बुरा व्यवहार करते हैं, उनका सूर्य कमजोर होता है. पिता की सेवा करने से सूर्य मजबूत होता है.

 

चंद्र ग्रह –  चंद्र ग्रह को रात का राजा कहा गया है. इसका संबंध माता से होता है. जिन लोगों का संबंध अपनी मां से अच्छा होता है, उनका चंद्रमा मजबूत होता है. वे जीवन में सुख, सौंदर्य, सौभाग्य प्राप्त करते हैं. जो अपनी मां से बुरा बर्ताव करते हैं, उनको चंद्र दोष लगता है और कई मुश्किलें आती हैं. मां की सेवा करने से चंद्रमा मजबूत होता है.

शुक्र ग्रह – शुक्र का संबंध जीवनसाथी से होता है. आप अपने जीवनसाथी से प्रेम करते हैं, अच्छा व्यवहार करते हैं, उसका ख्याल रखते हैं, तो भौतिक सुख एवं सुविधाओं में वृद्धि होती है क्योंकि आपका शुक्र मजबूत होता है. यदि आप अपने जीवनसाथी के साथ गलत व्यवहार करते हैं, तो शुक्र दुर्बल होता है और उसके दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं.

बुध ग्रह –  बुध ग्रह का संबंध नाना, नानी, मामा, मामी से होता है. यदि आपका बुध ग्रह कमजोर है तो आज से ही अपने ननिहाल पक्ष का सम्मान करना शुरू कर दें. आपको अपने करियर में तरक्की मिलेगी, बिजनेस में लाभ की स्थितियां बनेंगी. ननिहाल पक्ष का तिरस्कार करने पर विपरीत परिणाम मिलेंगे.

 

बृहस्पति ग्रह-  बृहस्पति ग्रह को मजबूत करना है तो सबसे आसान उपाय है अपने दादा, दादी, ताई, ताऊ, बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करें, उनकी सेवा करें. बृहस्पति ग्रह का संबंध घर के बड़े-बुजुर्गों से होता है. आप उनका अनादर करेंगे तो बृहस्पति ग्रह कमजोर होगा. काम में सफलता नहीं मिलेगी.

 

मंगल ग्रह-  मंगल ग्रह का संबंध अपने भाई-बहन से होता है. आपका संबंध उनसे अच्छा है तो आपको मंगल के शुभ प्रभाव देखने को मिलेंगे. यदि भाई-बहन से संबंध खराब है, तो मंगल कमजोर होगा और बुरे परिणाम देगा. कुंडली में मंगल दोष है, तो भाई-बहन से संबंध अच्छे रखें, लाभ होगा.

 

शनि ग्रह – शनि ग्रह का संबंध घर के नौकर और सेवकों से होता है. यदि आप उनसे बुरे तरीके से पेश आते हैं, तो समझ लीजिए कि शनि देव की कुदृष्टि से आप प्रभावित हो सकते हैं. यदि कुंडली में शनि दोष हो या शनि खराब हो, तो घर के नौकर, सेवकों के अलावा गरीब, अपंग, असहाय लोगों से अच्छा बर्ताव करें. उनकी मदद करें. शनि देव की कृपा प्राप्त कर सकेंगे.

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