जोधपुर में गरजेगा राफेल
भारत और फ्रांस के बीच आज से जोधपुर में लड़ाकू विमान राफेल का जलवा दिखेगा। आपको बता दें कि आज से दोनों देश की वायुसेना राजस्थान के जोधपुर में युद्धाभ्यास करेंगी। यह युद्धाभ्यास एक महीने तक चलेगा जिसे स्काईरोज का नाम दिया गया है। फ्रांसीसी वायुसेना इस युद्ध में अपने 4 राफेल लड़ाकू विमानों के साथ इस खास अभ्यास में शामिल होगी। भारत और चीन के बीच 6 महीने जारी गतिरोध को देखते हुए इस युद्धाभ्यास को बेहद अहम माना जा रहा है।
स्काईरोज कार्यक्रम – भारत ने इससे पहले 2019 में फ्रांसीसी वायु सेना के साथ एक बड़ा अभ्यास किया था। इस दौरान भारतीय सुखाई के साथ फ्रांसीसी राफेल ने उड़ान भरी थी। आपको बता दें कि वायु सेना राफेल और एसयू -30 के साथ इस्तेमाल करने की योजना बना रही है। वायु सेना ने इस दिशा में पहले भी कई कदम उठा चुकी है। बताया जा रहा है कि वायु सेना ने एसयू -30 को इस वक्त पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात कर रहा है। स्काईरोज कार्यक्रम का मकसद है दोनों देशों के बीच सेना के रिश्तों को और मजबूत करना।
राफेल की डील – फ्रांस और भारत के बीच राफेल विमानों के लिए 60000 करोड़ रुपये की डील हुई है। इस डील के तहत भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमान मिलेंगे। फ्रांस से सौदे के तहत राफेल का आखिरी विमान 2022 के अंत तक मिलने की संभावना है। आपको बता दें कि भारत को राफेल की दूसरी खेप पिछले साल नवंबर में मिली थी।
देश में विमानों की संख्या 21 हो जाएगी – राफेल विमान फ्रांस से सीधे गुजरात के जामनगर एयरबेस पर पहुंचा था। कहा जा रहा है कि तीन विमान जनवरी फिर मार्च में और इसके बाद अप्रैल में 7 राफेल लड़ाकू विमान भारत को मिल जाएंगे। इस तरह अगले साल अप्रैल तक देश में विमानों की संख्या 21 हो जाएगी। इसमें से 18 लड़ाकू विमान गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल हो जाएंगे।