बडी खबरें
जवाबी ऑपरेशन का 2 फोर्स ले रहे क्रेडिट, हाफिज के दामाद ने कराया था पंपोर अटैक
श्रीनगर.पंपोर में शनिवार को सीआरपीएफ के काफिले पर हमला करने वाले दो आतंकियों को मार गिराने के क्रेडिट को लेकर सीआरपीएफ और आर्मी में होड़ चल रही है। आर्मी का दावा है कि उसने आतंकियों को मारा, जबकि सीआरपीएफ का कहना है कि ये काम उसके जवानों ने किया। इस बीच, सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस हमले का मास्टरमाइंड लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद का दामाद खालिद वलीद है। बता दें कि 25 जून को हुए इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 8 जवान शहीद हो गए थे। आर्मी और सीआरपीएफ के दावे क्या…
– सीआरपीएफ सूत्रों के मुताबिक, आर्मी दावा कर रही है कि एनकाउंटर के दौरान उसने आतंकियों को ढेर किया था। इतना ही नहीं, आर्मी के जवान बाद में आतंकियों से बरामद हथियार और गोला-बारूद भी ले गए। जबकि आतंकियों को पैरा मिलिट्री फोर्स ने मार गिराया था। आर्मी क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही है।
– दो अंग्रेजी अखबारों की रिपोर्ट के मुताबिक, एनकाउंटर के करीब एक घंटे बाद आर्मी के नॉर्दर्न कमांड ने एक ट्वीट किया।
– इसमें कहा गया कि सीआरपीएफ काफिले पर हमला करने वाले आतंकियों को हमने मार गिराया है।
– सीआरपीएफ ने इसको खारिज करते हुए कहा कि आतंकियों को उसके जवानों ने ढेर किया है।
– इसके बाद आर्मी ने फिर ट्वीट करते हुए इस एनकाउंटर को ज्वाइंट ऑपरेशन बता दिया।
– पैरा मिलिट्री फोर्स ने इस पर भी एतराज जताया।
– सीआरपीएफ ने इसको खारिज करते हुए कहा कि आतंकियों को उसके जवानों ने ढेर किया है।
– इसके बाद आर्मी ने फिर ट्वीट करते हुए इस एनकाउंटर को ज्वाइंट ऑपरेशन बता दिया।
– पैरा मिलिट्री फोर्स ने इस पर भी एतराज जताया।
– इसके बाद आर्मी ने आखिरी ट्वीट किया और ऑपरेशन का पूरा क्रेडिट सीआरपीएफ को दे दिया।
लेकिन सवाल ये है
– सवाल ये है कि क्या आतंकी खतरों के बावजूद इस राज्य में आर्मी और सीआरपीएफ के बीच कोई को-ऑर्डिनेशन नहीं है।
– यह भी बात सामने आई थी कि जम्मू-कश्मीर पुलिस सीआरपीएफ को हमले के दिन सुबह ही आगाह कर चुकी थी। लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया।
– सीआरपीएफ के एक अफसर के मुताबिक, एनकाउंटर के बाद जब हमारे सीनियर अफसर स्पॉट पर पहुंचे तो देखा कि आतंकियों के हथियार और गोला-बारूद वहां से गायब हैं।
– इस अफसर ने कहा कि रूल्स के मुताबिक, आतंकियों की डेड बॉडीज और हथियार जम्मू-कश्मीर पुलिस को सौंपे जाने चाहिए थे।
– सीआरपीएफ के एक अफसर के मुताबिक, एनकाउंटर के बाद जब हमारे सीनियर अफसर स्पॉट पर पहुंचे तो देखा कि आतंकियों के हथियार और गोला-बारूद वहां से गायब हैं।
– इस अफसर ने कहा कि रूल्स के मुताबिक, आतंकियों की डेड बॉडीज और हथियार जम्मू-कश्मीर पुलिस को सौंपे जाने चाहिए थे।
हाफिज का दामाद है मास्टरमाइंड
– एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पंपोर आतंकी हमले का मास्टरमाइंड जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद का दामाद खालिद वलीद है।
– वलीद ने अपने दो साथियों हंजला अदनान और साजिद जाट को हमला करने वाले दो आतंकियों को हैंडलर बनाया था।
– लश्कर के लोकल कमांडर अबु दुजान ने इन आतंकियों को लॉजिस्टक सपोर्ट दिया था। जांच एजेंसियों को इस बारे में सबूत भी हाथ लग चुके हैं।
– पांच अगस्त को बीएसएफ के काफिले पर हमले के दौरान जिस आतंकी मोहम्मद नवीद को जिंदा पकड़ा गया था, उसके हैंडलर भी हंजला और साजिद ही थे।
– दोनों उम्रदराज हैं और माना जाता है कि कुछ साल पहले ये पाकिस्तान भाग गए थे।
– वलीद ने अपने दो साथियों हंजला अदनान और साजिद जाट को हमला करने वाले दो आतंकियों को हैंडलर बनाया था।
– लश्कर के लोकल कमांडर अबु दुजान ने इन आतंकियों को लॉजिस्टक सपोर्ट दिया था। जांच एजेंसियों को इस बारे में सबूत भी हाथ लग चुके हैं।
– पांच अगस्त को बीएसएफ के काफिले पर हमले के दौरान जिस आतंकी मोहम्मद नवीद को जिंदा पकड़ा गया था, उसके हैंडलर भी हंजला और साजिद ही थे।
– दोनों उम्रदराज हैं और माना जाता है कि कुछ साल पहले ये पाकिस्तान भाग गए थे।
भारत में आतंक फैला रहा हाफिज का दामाद
– सूत्र ये भी बताते हैं कि हाफिज सईद ने अपने दामाद को भारत के खिलाफ लश्कर के ऑपरेशनों का जिम्मा सौंपा है। एक आर्मी अफसर ने इसकी पुष्टि की है।
– ये भी बताया गया है कि अबु कतील नाम का आतंकी पीओके में लश्कर के ट्रेनिंग सेंटर का चीफ है।
– दोनों आतंकियों को मारुति 800 कार से स्पॉट तक छोड़ा गया था। ये काम सरेंडर कर चुके दो आतंकियों ने किया था।
– आतंकियों से बरामद सात हथगोलों पर ‘पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री’ लिखा है। इससे ये साबित हो जाता है कि हमलावर पाकिस्तानी थे और वहां से उन्हें पूरा सपोर्ट मिला था।
– ये भी बताया गया है कि अबु कतील नाम का आतंकी पीओके में लश्कर के ट्रेनिंग सेंटर का चीफ है।
– दोनों आतंकियों को मारुति 800 कार से स्पॉट तक छोड़ा गया था। ये काम सरेंडर कर चुके दो आतंकियों ने किया था।
– आतंकियों से बरामद सात हथगोलों पर ‘पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री’ लिखा है। इससे ये साबित हो जाता है कि हमलावर पाकिस्तानी थे और वहां से उन्हें पूरा सपोर्ट मिला था।