चीन की आर्मी ने की अगवा भारतीय किशोर के अपनी सीमा में होने की पुष्टि
नई दिल्ली। चीन की आर्मी ने भारतीय किशोर मिराम टैरोन के चीन की सीमा में होने की पुष्टि की है। भारतीय सेना की तरफ से पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन राठौड़ ने एक ट्वीट में कहा है कि चीन की आर्मी ने उनसे संपर्क साधा है।
चीन की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने लापता हुए भारतीय किशोर का पता लगा लिया है। उसको भारत वापस भेजने के लिए औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। आपको बता दें कि इस भारतीय युवक के चीनी आर्मी द्वारा अगवा किए जाने की जानकारी सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश के सांसद तापिर गाव द्वारा की गई थी।
वापसी के लिए पूरी की जा रही औपचारिकताएं
उन्होंने अपने ट्वीट में ये दावा किया था कि चीन की आर्मी ने अरुणाचल प्रदेश के एक 17 वर्षीय किशोर को अगवा कर लिया है। उनके मुताबिक टैरोन के साथ एक दूसरे किशोर को भी अगवा किया गया था, लेकिन वो किसी तरह से वहां से बचकर भागने में सफल रहा। गाव ने ये भी बताया था कि उन्होंने इसकी जानकारी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एन प्रमाणिक को भी दी है।
इसके बाद भारतीय सेना ने चीन की आर्मी से इस संबंध में जानकारी मांगी थी और मांग की थी कि अगवा भारतीय किशोर को तुरंत वापस किया जाए। इसके बाद ही चीन की आर्मी की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई है। आपको बता अगवा किए गए दोनों किशोर अरुपणाचल प्रदेश के स्थानीय शिकारी हैं। इन्हें सियुंगला क्षेत्र के लुंगटा जोर इलाके से अगवा किया गया था।
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मिराम जिदा गांव का रहने वाला है। मिली जानकारी के मुताबिक ये घटना त्सांगपो नदी के पास हुई थी। गौरतलब है कि त्सांगपो नदी चीन से अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करती है। भारत में इसको अलग-अलग नाम से जाना जाता है। अरुणाचल प्रदेश में इसको सियांग और असम में इसको ब्रह्मपुत्र कहा जाता है।
आपको बता दें कि पिछले कुछ समय से चीन की आक्रामकता काफी बढ़ गई है। कुछ समय पहले उसने एकतरफा कार्यवाही कर भारत के अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाकों के नाम बदल दिए थे। हालांकि भारत ने चीन के इस कदम पर आपत्ति जताते हुए साफ कर दिया था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा था है और रहेगा।