क्षय रोग महिलाओं ( women)के लिए बांझपन का बड़ा कारण
क्षय रोग: टीबी यानी ट्यूबरकुलोसिस (क्षय रोग) न सिर्फ जानलेवा है, बल्कि महिलाओं ( women) के लिए भी बांझपन का बड़ा कारण बनकर भी सामने आई है। इस बीमारी के बैक्टीरिया महिलाओं को मातृत्व सुख से भी वंचित कर रहे हैं।
महिलाएं पेल्विक यानी उदर क्षेत्र के दर्द को सामान्य समझती हैं पर असल में ऐसा टीबी की वजह से भी हो सकता है। इसका खुलासा जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के चेस्ट-गायनी विभाग की स्टडी में किया गया है। गुरुवार को वर्ल्ड टीबी डे पर इस बार इन्वेस्ट टू एंड टीबी सेव लाइफ थीम रखी गई है।
डॉक्टरों ने अध्ययन में 20-30, 31-40 और 40 से ऊपर वर्ष की महिलाओं के तीन ग्रुप बनाए। इनमें 70 विवाहित और 20 अविवाहित महिलाओं को शामिल किया गया। इनमें 51 फीसदी ग्रामीण तो 49 फीसदी शहरी क्षेत्र की रहीं। सभी महिलाओं को पेल्विक दर्द हो रहा था लेकिन वे इसे सामान्य मानकर टाल रही थीं। दर्द जब बढ़ने लगा तो विशेषज्ञों के पास इलाज के लिए पहुंचीं।
सभी का हिस्टोपैथोलॉजिकल परीक्षण के साथ सीबीनॉट टेस्ट भी कराया गया। कुछ ब्लड टेस्ट कराए गए तो पाया गया कि अधिकांश को जेनिटल टीबी हो गई है। 64.3 फीसदी महिलाओं में टीबी की वजह से बांझपन सामने आया। फेलोपिन ट्यूब भी अनियमित मिली। स्त्री रोग तो 68 फीसदी तक में पाए गए।
डॉ.सुधीर चौधरी, (पूर्व प्रोफेसर चेस्ट विभाग जीएसवीएम) कहते हैं कि सामान्य तौर पर टीबी को लोग फेफड़ों से जोड़ देते हैं लेकिन स्टडी बता रही है कि जेनिटल टीबी महिलाओं को मातृत्व सुख देने में बैरियर पैदा कर रही है। इस तरह के पेल्विक दर्द को टालना खतरनाक हो सकता है क्योंकि एक बार बांझपन होने का मतलब है कि मल्टीपल स्त्री रोग होना। ऐसे में भविष्य में भी परेशानी बढ़ती हैं और लंबे समय तक इलाज कराना पड़़ता है।
वहीं डॉ. आनंद कुमार, (हेड चेस्ट विभाग जीएसवीएम) सलाह देते हैं कि स्टडी के सहारे महिलाओं को अलर्ट होना होगा। पेल्विक दर्द को नजरअंदाज नहीं करना है। हर वर्ग की महिलाओं में इस तरह की टीबी से मातृत्व सुख से वंचित होने के केस मिले हैं।