क्या होटल की लिफ्ट में छुपा है मौत का राज!

कानपुर. कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में एसआईटी की टीम पिछले कई दिनों से गोरखपुर में डेरा डाले हुए हैं. घटनास्थल से लेकर अस्पताल और अस्पताल से लेकर थाने और इससे जुड़े हुए हर पहलू की जांच बारीकी से कर रही है. कानपुर के युवा व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या के आरोपी पुलिसकर्मी फरार है. लेकिन एसआईटी की टीम के प्रभारी आनंद प्रकाश तिवारी पिछले कई दिनों से अपनी टीम के साथ गोरखपुर में डेरा डाले हुए हैं.
मनीष हत्याकांड की जांच में जुटी कानपुर एसआईटी ने होटल कृष्णा पैलेस की लिफ्ट को सील कर दिया है. होटल में कई स्थानों पर प्लास्टिक चस्पा किया है ताकि जरूरत पड़ने पर जांच के लिए अन्य साक्ष्य जुटाए जा सकें. होटल प्रबंधन की भूमिका पर शुरुआत से ही सवाल खड़े हो रहे हैं. कारोबारी मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने भी होटल प्रबंधन के लोगों पर मिलीभगत व साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि पति की मौत के बाद होटल में कहीं पर भी खून नहीं दिखा था जबकि खून से सना हुआ तोलिया होटल के रूम नंबर 512 बेड के नीचे बरामद हुआ था.
एसआईटी के प्रभारी आनंद प्रकाश तिवारी ने मीनाक्षी के आरोपों की भी जांच कर रही है. एसआईटी होटल मालिक व अन्य कर्मचारियों से पूछताछ भी कर चुकी है. होटल मालिक सुभाष चंद्र शुक्ला का कहना है कि होटल का कोई भी कर्मचारी आरोपित पुलिस वालों से नहीं मिला है उनके द्वारा किसी भी पुलिसकर्मी को ना सूचना दी गई और ना ही होटल के कमरे से खून के निशान उठाए गए हैं. डीआईजी आनंद प्रकाश तिवारी के निर्देश पर होटल के लिफ्ट को सील कर दिया गया है और अग्रिम आदेश तक लिफ्ट के प्रयोग पर रोक लगा दी गई.