कैलाश का पहला महाकुंभ: 10 जनवरी को यात्रियों की एक शाम सोमनाथ के संग
कुमाऊं से कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने वाले तीर्थयात्री 10 जनवरी को भगवान भोलेनाथ के प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ में एकजुट होंगे। 11 जनवरी को दोपहर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सोमनाथ महादेव का अभिषेक किया जाएगा। गुजरात कैलाश परिवार की ओर से पहली बार सोमनाथ में कैलाश यात्रियों का स्नेह, एक शाम सोमनाथ के संग कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कैलाश परिवार अहमदाबाद के जतिन ओझा और कमलेश पटेल ने बताया कि कुमाऊं से कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने वाले यात्रियों को इसमें आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रांतों के करीब 1200 कैलाश यात्री प्रतिभाग करने वाले हैं।
उन्होंने बताया कि अखंड भारत में बेहद दुर्गम और विकट परिस्थितियों में कैलाश की यात्रा करने वालों ने एक बार मानसरोवर में कैलाश का कुंभ का आयोजन किया था। बताया कि किसी भी ज्योतिर्लिंग में 1111 कैलाश की परिक्रमा पूरी करने वाले यात्री एकत्र होकर देवाधिदेव महादेव की आराधना करें तो यह महाकुंभ के बराबर पुण्यदायी है।
उन्होंने बताया कि आजादी के बाद कैलाश के पहले कुंभ का आयोजन कैलाश परिवार के सदस्यों और सोमनाथ ट्रस्ट के सहयोग से बगैर किसी सरकारी सहायता के सौराष्ट्र के सोमनाथ महादेव के सानिध्य में किया जा रहा है।
गायिका अनुराधा पौडवाल के भजनों से गूंजेगा सोमनाथ
कैलाश यात्रियों की ओर से 11 जनवरी को सुबह नौ से 12.30 बजे तक मंदिर दर्शन और भगवान सोमनाथ का अभिषेक किया जाएगा। दोपहर दो से पांच बजे तक मंदिर में ध्वजारोहण होगा। एक शाम सोमनाथ के संग कार्यक्रम में रात साढ़े आठ बजे से गायिका पद्मश्री अनुराधा पौडवाल अपने मधुर स्वरों में भोलेनाथ के भजन पेश करेंगी।