कांग्रेस दलितों के बहिष्कार और अपमान को बर्दाश्त नही करेगी : जय किशन
नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक जय किशन ने कहा कि भाजपा की संघीय और मनुवादी सोच किसी से छिपी नही है जिसे भाजपा की मनुवादी सोच को पूरा देश जानता है। रंगभेदी टिप्पणी करना भाजपा नेता की अपराधिक, नस्लवादी और संघी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक पद्धति में रंगभेदी, जातिवादी टिप्पणी असहनीय है और टिप्पणी करने वाले राजनेता पर न्यायिक मामला चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता, दलित नेता पूर्व सांसद डा0 उदित राज द्वारा देश में कोयले की कमी पर किए गए ट्वीट पर राष्ट्रीय स्तर के भाजपा नेता संतोष रंजन राय द्वारा रंगभेदी टिप्पणी के तहत कोयला कमी की पूर्ति के लिए दलितों को ईंधन के रुप में झोंकने का ट्वीट कि ‘‘सरकार ने कह दिया है कोयले की कोई कमी नही है, फिर भी अगर कहीं भी कोयले की कमी हो तो डा0 उदित राज का इंधन में उपयोग कर सकते है’’ पूरी तरह से आपत्तिजनक है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जय किशन ने सम्बोधित किया।
संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए जय किशन ने कहा कि भाजपा की संघीय सोच शुरु से ही दलित विरोधी रही है जिसमें दलित के जीवन की कोई कीमत नही है। उन्होंने कहा कि पूर्व आई.आर.एस. अधिकारी व वरिष्ठ कांग्रेस नेता पर रंगभेदी टिप्पणी करके दलितों का अपमान करना निरंकुश भाजपा की पहचान है, इसलिए आज तक कोई दलित आर.एस.एस. का प्रमुख नही बना। उन्होंने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार ने केवल सत्ता प्राप्ति के लिए दलित नेताओं को इस्तेमाल करके इन्हें धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि दलितों के अधिकारों की लड़ाई लड़ना कांग्रेस पार्टी की यह परम्परा और प्राथमिकता रही है। कांग्रेस दलितों के बहिष्कार और अपमान को बर्दाश्त नही करेगी।
जय किशन ने कहा कि दलितों पर अत्याचार करके दबाना भाजपा के खून में है। उन्होंने भाजपा-संघ की यह सोच कि दलितों व आदिवासियों को शिक्षा नही मिलनी चाहिए, इनके वास्तविक चेहरे को उजागर करती है। जबकि कांग्रेस पार्टी ने पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री बनाकर पूरे देश के सामने एक मिसाल रखी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर वर्ग का सम्मान करना जानती है और सबको बराबर का दर्जा देती है, और स्वतंत्रता प्राप्ति पूर्व से ही दलितों के अधिकारों के प्रति चिंता रखती आई है।
जय किशन ने कहा कि डा0 उदित राज ने मोदी सरकार द्वारा एससी/एसटी एक्ट को कमजोर बनाने, आरक्षण खत्म करने की नीति का लगातार विरोध किया है और पदोन्नति में आरक्षण, उच्च न्यायपलिका में आरक्षण को लागू करने तथा उच्च शिक्षा के नीजिकरण और दिल्ली विश्वविद्यालय में 4 वर्षीय स्नातक के खिलाफ खुले मंच पर आवाज उठाई। जिसका बदला भाजपा उनके खिलाफ रंगभेदी टिप्पणी करके ले रही है। उन्होंने कहा कि दलित देश की धरोहर है जिसका लोकतांत्रिक व्यवस्था में बराबर का अधिकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार दलित विरोधी, गरीब विरोधी है जो सीधे तौर पर दलितों की भावनाओं को ठेस पहुचा रही है।
जय किशन ने कहा कि दलितों के अधिकारों का हनन करने में दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार और केन्द्र की मोदी सरकार दोनो के एक जैसा ही रवैया रहा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल संघ के बेटे और भाजपा-आरएसएस की दलित विरोधी नीति के तहत काम कर रहे है जिसके कारण दिल्ली में दलितों के साथ भेदभाव में पिछले 7 वर्षों में बढ़ोत्तरी हुई है। दलितों के लिए विकास में भेदभाव नीति के तहत पेयजल स्रोतों, सार्वजनिक कार्यालयों, स्वास्थ्य केन्द्रों आदि में भेदभाव हो रहा है, आवासीय अलगाव के तहत जहां झुग्गी वहीं मकान के प्रोजेक्ट गतिहीन है, क्योंकि यह दलितों के लिए बनाऐ जा रहे है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जिन्होंने दलितों का हाथ पकड़कर सत्ता हासिल की आज दलितों की अनदेखी कर रहे है और जो सफाई कर्मचारी कार्यरत है उन्हें अपने वेतन के लिए हड़ताल पर जाना पड़ता है।