मथुरा के घर-घर में तैयार हो रहे कान्हा के कपड़े

मथुरा । 18 अगस्त (kanha clothes) को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है। जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण को रंग-बिरंगी पोशाकें पहनाई जाएंगी। इन दिनों मथुरा में कान्हा (kanha clothes) की पोशाक बन रही हैं, इनकी डिमांड विदेशों तक है। दो साल कोरोना के कारण विदेशों से तो ऑर्डर आए ही नहीं, देश से भी न के बराबर ऑर्डर मिले थे। मगर, इस बार देश के साथ विदेशों से भी ऑर्डर आ रहे हैं।
इससे इस कारोबार को फायदा होने की उम्मीद है। रूस, दुबई, कनाडा, पोलैंड, अमेरिका से मथुरा के कारीगरों के पास ऑर्डर आ रहे हैं। मगर, इस काम में जन्माष्टमी से 2 महीने पहले ज्यादा तेजी आ जाती है। इसका कारण है बड़े पैमाने पर मिलने वाले ऑर्डर। इसीलिए जन्माष्टमी से पहले इन दिनों मथुरा-वृंदावन में घर-घर में भगवान की पोशाक बनाने का काम किया जा रहा है।
बिजनेस 500 करोड़ तक पहुंचने के आसार हैं। सबसे बड़ी बात है कि विदेशों के बाजारों में मथुरा में बने ये कपड़े हाथों-हाथ बिकते हैं।जन्माष्टमी पर भगवान की पोशाक से जुड़ा कारोबार 2 महीने पहले ही शुरू हो जाता है। इस काम में मथुरा-वृंदावन में करीब 20 हजार लोग जुड़े हैं। इनमें कारीगर, कच्चा सामान बेचने वाले और पोशाक व्यापारी शामिल हैं।
मथुरा-वृंदावन में करीब 20 हजार लोग कान्हा के कपड़े तैयार करते हैं। इनमें कारीगर, कच्चा सामान बेचने वाले और पोशाक व्यापारी शामिल हैं। वैसे तो साल भर पोशाक तैयार की जाती है। अग्रवाल पोशाक उद्योग के मालिक जवाहर अग्रवाल ने बताया कि जन्माष्टमी से पहले बड़ी संख्या में ऑर्डर आते हैं।
वह पोशाक का थोक में काम करते हैं। वह कहते हैं कि इन ऑर्डर को जन्माष्टमी से पहले ही पूरा कर दिया जाता है। जवाहर अग्रवाल के मुताबिक, जन्माष्टमी पर्व पर इस काम से करीब 500 करोड़ का कारोबार हो जाएगा।