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जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने फिर से रचा इतिहास

ज्यूरिख । भारतीय (re-created history) जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक फिर से इतिहास (re-created history)रच दिया है। उन्होंने पहली बार डायमंग लीग में गोल्ड मेडल जीता है। ज्यूरिख में हुए डायमंग लीग फाइनल में वे 88.44 का ब्रेस्ट थ्रो के साथ पहले स्थान पर रहे। इससे पहले नीरज ने साल 2017 और 2018 में भी फाइनल के लिए क्वॉलिफाई किया था। वह 2017 में सातवें और 2018 में चौथे स्थान पर थे।

इससे पहले नीरज 2021 में ओलिंपिक गोल्ड मेडल, 2018 में एशियन गेम्स और कॉमवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं, जबकि इसी साल वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता है। नीरज की शुरुआत खराब रही और उनका पहला थ्रो फाउल रहा। फिर उन्होंने दूसरे प्रयास में 88.44 मीटर दूर थ्रो करके अन्य थ्रोअर से बढ़त बना ली।

वहीं तीसरे प्रयास में 88.00 मीटर, चौथे में 86.11 मीटर, पांचवें में 87.00 मीटर और छठे प्रयास में 83.60 मीटर का थ्रो किया।नीरज चोपड़ा वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में चोटिल हो गए थे। जिसके बाद उन्होंने जुलाई-अगस्त में कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग नहीं लिया। अब उन्होंने वापसी करते हुए डायमंड लीग के फाइनल मे पहुंचने वाले वे भारत के इकलौते खिलाड़ी भी बने थे।चेक गणराज्य के जैकब वाडलेच 86.94 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ दूसरे और जर्मनी के जूलियन वेबर (83.73) तीसरे नंबर पर रहे।

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