अमेरिकी युद्धपोत ने समुद्र से ही मार गिराईं(अमेरिकी)
अमेरिकी (अमेरिकी) नौसेना के एक युद्धपोत ने गुरुवार को इजराइल की ओर जा रही मिसाइलों को मार गिराया. ये मिसाइलें इजराइल में तबाही मचाने के लिए दागी गई थीं. उत्तरी लाल सागर में अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत की तरफ से इस सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया गया. उधर, इराक और सीरिया में भी अमेरिकी सेना को भी ड्रोन हमलों का शिकार होना पड़ रहा है, इराक और सीरिया में अमेरिकी शिविरों को बार-बार ड्रोन हमलों से निशाना बनाया गया है.
पेंटागन के प्रेस सचिव ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर के अनुसार, उत्तरी लाल सागर में अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत यूएसएस कार्नी ने यमन में हूती बलों द्वारा दागी गई तीन मिसाइलें और कई ड्रोन नष्ट कर दिए. यह कार्रवाई इजराइल की रक्षा में अमेरिकी सेना द्वारा उठाए गए पहले कदम का प्रतिनिधित्व करती है.
पेंटागन के प्रेस सचिव ने संवाददाताओं से कहा कि मिसाइलें संभावित रूप से इजराइल की ओर जा रही थीं, लेकिन इस बात का आकलन पूरा नहीं हुआ है, वे किसे निशाना बना रही थीं, लेकिन इजराइल की तरफ जाती ये मिसाइलें इस बात की ओर इशारा करती हैं कि इनका निशाना इजराइल ही था.
उधर, अमेरिकी सदन को इस बीच सौंपे गए एक अवर्गीकृत अमेरिकी खुफिया आकलन में इस सप्ताह गाजा के अस्पताल में हुए विस्फोट में 100 से 300 लोगों की मौत का अनुमान लगाया गया है. एसोसिएटेड प्रेस (एपी) द्वारा देखी गई रिपोर्ट में अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने कहा कि मृतकों की संख्या जीवन की आश्चर्यजनक क्षति को दर्शाती है. इसमें कहा गया है कि खुफिया अधिकारी अभी भी साक्ष्यों का आकलन कर रहे हैं जिससे हताहतों की संख्या में परिवर्तन हो सकता है.
बाइडन और अन्य अमेरिकी अधिकारी पहले ही कह चुके हैं कि अमेरिकी खुफिया अधिकारियों के अनुसार, इजराइली हमले से अल-अहली अस्पताल में विस्फोट नहीं हुआ था, जिसकी पुष्टि बृहस्पतिवार को आए निष्कर्षों से हुई.
गाजा सीमा पर मौजूद इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने भी अपने सुरक्षा बलों से अंदर घुसने के लिए संगठित होकर तैयार रहने को कहा है. उन्होंने विशेष तौर पर अपनी सेना से कहा, ”जिन्होंने गाजा को अब तक बाहर से देखा है वे इसे अब भीतर से देखेंगे. इसमें एक सप्ताह, एक महीना, दो महीना, जितना भी समय लगे, हमें उन्हें नष्ट करना है.”
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में 3,785 लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग हैं. अधिकारियों ने कहा कि लगभग 12,500 लोग घायल हुए हैं और अनुमान है कि अन्य 1,300 लोग मलबे में दबे हुए हैं.
इजराइल में 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं. इनमें से ज्यादातर लोग हमास के घातक हमले के दौरान मारे गए नागरिक हैं. वहीं, अन्य 200 लोगों का अपहरण कर लिया गया है. इजराइली सेना ने कहा कि उसने 203 बंधकों के परिवारों को सूचित कर दिया है.