16+ वाले हाथ उठाकर सरेंडर करो’ (सरेंडर )
तेल अवीव: फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के खिलाफ जारी जंग के बीच इजरायल को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है और इजरायली सेना ने गाजा के सबसे बड़े अस्पताल पर कब्जा कर लिया है. जमीनी आक्रमण के तहत इजरायली बलों ने बुधवार को गाजा के सबसे बड़े अस्पताल पर धावा बोल दिया, जहां नवजात शिशुओं सहित सैकड़ों रोगी फंसे हुए हैं. जब इजरायली सेना ने रेड की, तब यह अस्पताल शरण लेने वाले हजारों फिलिस्तीनी रोगियों और लोगों से भरा हुआ था. दरअसल, इजराइल अल-शिफा अस्पताल को युद्ध के दौरान प्रमुख निशाने के तौर पर देखता है. इस जंग में हजारों फलस्तीनी मारे जा चुके हैं और गाजा में भारी तबाही हुई है. हमास द्वारा सात अक्टूबर को इजराइल पर अचानक हमला करने और करीब 1200 लोगों की हत्या करने के बाद इजराइल के साथ उसकी जंग शुरू हो गई.
दरअसल, इस ऑपरेशन को इजरायली सेना ने ‘प्रिसाइज एंड टारगेटेड’ बताया, जिसका उद्देश्य अस्पताल के नीचे संचालित हमास कमांड सेंटर को नष्ट करना था. मीडिया रिपोर्टों की मानें तो इजरायली सैनिकों ने अल-शिफा अस्पताल के भीतर 16 वर्ष से अधिक उम्र के सभी पुरुषों को हाथ उठाने, इमारत से बाहर निकलने और आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि लगभग 1,000 लोगों ने इजरायली सेना के इस आदेश का पालन किया.
इजरायली सैनिकों ने अल-शिफा अस्पताल को घेर लिया है. एक सैनिक ने अल-शिफा अस्पताल के अंदर शरण लिए हुए लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से अरबी भाषा में चिल्लाते हुए कहा कि 16 साल और उससे अधिक उम्र के सभी लोग अपने हाथ उठाएं. इसके बाद सभी को बाहर निकलने का आदेश देकर सरेंडर (सरेंडर ) करने को कहा गया. बता दें कि यह रेड 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास के विनाशकारी हमले के बाद हुई है, जिसमें करी 1,400 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे और आतंकी संगठन हमास ने लगभग 240 इजरायलियों को बंधक बना लिया था.
जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने हमास को खत्म करने के लिए गाजा में बमबारी शुरू कर दी और उसके बाद जमीनी आक्रमण भी शुरू कर दिया. इजरायली सेना की ओर से जवाबी कार्रवाई में गाजा में अब तक 11 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है. बता दें कि गाजा पर हमास का शासन रहा है. इजराइल का कहना है कि शिफा अस्पताल हमास के नियंत्रण वाला स्थान है. हमास और गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने शिफा में चरमपंथियों की गतिविधियों से इनकार किया है, वहीं फलस्तीनी लोगों और मानवाधिकार सूमहों ने कहा कि इजराइल ने हमास को समाप्त करने की कोशिश में अंधाधुंध तरीके से नागरिकों की जान खतरे में डाली है.
रिपोर्ट की मानें तो गाजा स्थित अल-शिफा अस्पताल के अंदर की स्थिति काफी गंभीर है. अस्पताल में सही से इलाज भी नहीं हो पा रहा है. सड़ते शवों की मौजूदगी से असहनीय बदबू पैदा हो रही है और ऐसे हालात में ही वहां लोग रहने को मजबूर हैं. इजरायली टैंकों को अस्पताल परिसर में प्रवेश करते देखा गया और नेतन्याहू के सैनिक हमास आतंकवादियों की तलाश में प्रसूति विभाग समेत विभिन्न वार्डों में चले गए और खाक छान मारा.
दरअसल, इजरायल का मानना है कि हमास अस्पताल को अपने ठिकाने के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. पिछले कुछ दिनों में इजरायल ने उत्तरी गाजा में अल-शिफा को घेर लिया है. इजरायल का आरोप है कि अस्पताल के अंदर सुरंगों का इस्तेमाल हमास आतंकियों द्वारा छिपने की जगहों के रूप में किया जा रहा है. अमेरिका ने इजरायल के दावों का समर्थन किया है. व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि खुफिया स्रोतों से पता चलता है कि अस्पताल के नीचे हमास के आतंकियों का कमांड सेंटर है. हालांकि, हमास ने इससे इनकार किया है. फिलहाल, गाजा में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. अस्पताल निदेशक ने अस्पताल परिसर के भीतर एक सामूहिक कब्र में 179 शवों को दफनाए जाने की सूचना दी है.