उत्तर प्रदेश

15 दिन में लखीमपुर घटना के आरोपी जेल न गये तो करेंगे आत्मदाह

लखनऊ। लखीमपुर-खीरी में आंदोलनकारी किसानों पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे और साथियों द्वारा गाड़ी चढ़ा कर मारने की घटना को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जलियांवाला बाग कांड से भी ज्यादा वीभत्स मानती है। आजादी के बाद किसी भी सरकार अथवा उसके नुमाइंदों द्वारा सत्ता मद में चूर होकर इस प्रकार की घटना को अंजाम देने को पार्टी घोर निन्दा करती है और केंद्र व उप्र सरकार को चेतावनी देती है कि घटना के आरोपितों को 15 दिन के अंदर सींखचों में बंद नहीं किया तो राष्ट्रवादी कांग्रेस के लोग राजधानी में विधानसभा के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होंगे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के के शर्मा, नेशनल कोआर्डिनेटर पारसनाथ तिवारी, उप्र अध्यक्ष उमाशंकर यादव ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में यह घोषणा करते हुए कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता घटना के बाद तमाम प्रतिरोधों के बावजूद घटनास्थल पर पहुंचे थे और इस प्रकरण को करीब से देखा है पीड़ितों को ढांढ़स बंधाया।
नेताओं ने कहा कि पार्टी प्रमुख शरद पवार मारे गए किसानों के प्रति पूरी हमदर्दी रखते हैं। केंद्र सरकार 1 साल से चल रहे किसान आंदोलन के प्रति अब तक पूरी तरह नकारात्मक रवैया अपनाए हुए है। शरद पवार जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह कर चुके हैं कि ताजा कृषि कानून पूर्णतः किसान विरोधी हैं और केवल पूंजीपतियों के हित में है। इसके बावजूद केंद्र सरकार किसानों की मांगों के प्रति बिल्कुल संवेदनशील नहीं है। अब तो भाजपा का आईटी सेल किसान आंदोलनकर्ताओं को देशद्रोही साबित करने पर तुला है।
पार्टी नेताओं ने मांग की है कि केंद्र और उप्र सरकार तत्काल दोषीजनों को गिरफ्तार करे और उन पर भारत के कानूनों के तहत त्वरित मुकदमा चलाकर न्याय प्रक्रिया पूरी करे ताकि मृतक किसानों की आत्माओं को शांति मिले और भविष्य में कोई भी शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे लोगों के प्रति इस तरह आक्रामक और हिंसात्मक न हो।
पार्टी महासचिव श्री शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में होकर चले गए लेकिन लखीमपुर-खीरी की घटना और मृतक किसानों के प्रति एक शब्द भी नहीं बोला, यही सत्तामद है जो भाजपा के सिर चढ़कर बोल रहा है।

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