हिंद-प्रशांत क्षेत्र में क्वाड देश साथ मिलकर काम करेंगे :मोदी

वॉशिंगटन. अमेरिका दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेक्वाड सम्मेलन में हिस्सा लिया. पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान इस बात पर जोर दिया कि क्वाड देशों को हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साथ मिलकर काम करना होगा. उनकी नजरों में क्वाड का उदेश्य ही ये है कि सभी साथ मिलकर दुनिया में शांति स्थापित करें, इसे समृद्धि की ओर ले जाएं. पहली फिजिकल क्वाड समिट को ऐतिहासिक बताते हुए पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को धन्यवाद दिया.
अपने शुरुआती संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने क्वाड का उदेश्य समझाते हुए कहा कि सबसे पहले साल 2004 के बादक्वाड देश एकजुट हुए थे. तब सुनामी से निपटने के लिए हर तरह की मदद की गई थी. अब जब पूरी दुनिया कोरोना से लड़ रही है तब फिर दुनिया की भलाई के लिएक्वाड सक्रिय हुआ है. पीएम मोदी ने कहा, हमारी क्वाड वैक्सीन पहल से इंडो-पैसिफिक देशों को मदद मिलेगी. क्वाड ने हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया. मुझे अपने दोस्तों के साथ चर्चा करने में खुशी होगी-चाहे वह आपूर्ति श्रृंखला, वैश्विक सुरक्षा, जलवायु कार्रवाई, COVID प्रतिक्रिया या तकनीकी सहयोग हो.
पीएम मोदी ने कहा, विश्व कोविड महामारी का सामना कर रहा है तो हम एक बार फिर क्वाड के रूप में एक साथ मिलकर मानवता के हित में जुटे हैं. हमारा क्वाड एक तरह से फोर्स फॉर ग्लोबल गुड की भूमिका में काम करेगा. वहीं यूएस के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, वैश्विक आपूर्ति को बढ़ावा देने के लिए भारत में वैक्सीन की अतिरिक्त 1 बिलियन डोज के उत्पादन की हमारी पहल ट्रैक पर है.
पहले बताया जा रहा था कि – ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के नेता अंतरिक्ष, आपूर्ति श्रृंखला पहल और 5जी के विस्तार संबंधी पहल पर नये कार्यकारी समूह की घोषणा करेंगे. व्हाइट हाउस ने बताया कि शुक्रवार को यहां अपनी ऐतिहासिक बैठक के दौरान वे हिंद प्रशांत में चुनौतियां, जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 वैश्विक महामारी जैसे मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे.