वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद मौत का खतरा 95% कम

नई दिल्ली. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने मंगलवार को कहा कि कोरोना-रोधी वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद कोरोना वायरस से मौत का खतरा 95% कम हो जाता है, जबकि एक डोज से 82% तक मौत का खतरा घट जाता है. तमिलनाडु पुलिसकर्मियों पर की गई एक स्टडी के आधार पर यह दावा किया गया है. ये अध्ययन इस साल 1 फरवरी से 14 मई तक तमिलनाडु के पुलिसकर्मियों पर किया गया था.
अध्ययन में शामिल तमिलनाडु के 67673 पुलिसकर्मियों ने वैक्सीन की दोनों डोज ली, जबकि 32792 ने सिर्फ एक डोज ली और 17059 ऐसे थे जिन्हें एक भी डोज नहीं लगी थी. इनमें से बाद में 31 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में चार ऐसे थे जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लगी थी, जबकि सात लोगों को एक डोज और 20 ऐसे भी थे जिन्होंने वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं लगाई थ
स्टडी में यह सामने आया कि जिन लोगों ने वैक्सीन लिया था, उनके अस्पताल जाने की नौबत 77% तक कम हो जाती है. वहीं, टीका लेने वालों के लिए ऑक्सीजन की जरूरत भी 95% कम हो जाती है, जबकि उनके आईसीयू में भर्ती होने की जरूरत 94% घट जाती है.
इस बीच, देश में कोविड-19 के एक दिन में 34,703 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर 3,06,19,932 हो गई जबकि 553 और मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 4,03,281 हो गई है. पिछले 111 दिनों में संक्रमण के सबसे कम नए मामले और करीब 90 दिनों में सबसे कम मौत के मामले आए हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मंगलवार को सुबह आठ बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 4,64,357 हो गई है और यह संक्रमण के कुल मामलों का 1.52 प्रतिशत है, जबकि कोविड से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर सुधरकर 97.17 प्रतिशत हो गई है. मंत्रालय ने बताया कि 24 घंटे की अवधि में उपचाराधीन मामलों की संख्या 17,714 घटी है.